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byA N
June 20, 2025-

सरस्वती स्तोत्रम सरस्वती माता के स्तोत्रमों में से एक है। इस स्तोत्रम का पाठ देवी सरस्वती से सम्बन्धित विभिन्न अवसरों पर किया जाता है। ॥ श्री सरस्वती स्तोत्रम् ॥ या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युतशङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा पूजिता सा मां पातु सरस्वती भगवती...

byA N
June 20, 2025-

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ नमः शिवाभ्यां नवयौवनाभ्यां परस्पराश्लिष्टवपुर्धराभ्याम् । नगेन्द्रकन्यावृषकेतनाभ्यां नमो नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 1 ॥ नमः शिवाभ्यां सरसोत्सवाभ्यां नमस्कृताभीष्टवरप्रदाभ्याम् । नारायणेनार्चितपादुकाभ्यां नमो नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 2 ॥ नमः शिवाभ्यां वृषवाहनाभ्यां विरिञ्चिविष्ण्विन्द्रसुपूजिताभ्याम् । विभूतिपाटीरविलेपनाभ्यां नमो नमः शङ्करपार्वतीभ्याम् ॥ 3 ॥ नमः शिवाभ्यां जगदीश्वराभ्यां जगत्पतिभ्यां जयविग्रहाभ्याम् ।...

byA N
June 20, 2025-

कीलकम् का पाठ देवी कवचम् और अर्गला स्तोत्रम् के बाद किया जाता है। और इसके बाद वेदोक्तम् रात्रि सूक्तम् का पाठ किया जाता है। कीलकम् एक महत्वपूर्ण स्तोत्रम् है जो चण्डी पाठ से पहले सुनाया जाता है। ॥ अथ कीलकम् ॥ ॐ अस्य श्रीकीलकमन्त्रस्य शिव ऋषिः,अनुष्टुप्...

byA N
June 20, 2025-

॥ अथार्गलास्तोत्रम् ॥ ॐ अस्य श्रीअर्गलास्तोत्रमन्त्रस्य विष्णुर्ऋषिः,अनुष्टुप् छन्दः, श्रीमहालक्ष्मीर्देवता, श्रीजगदम्बाप्रीतयेसप्तशतीपाठाङ्गत्वेन जपे विनियोगः॥ ॐ नमश्चण्डिकायै॥ मार्कण्डेय उवाच ॐ जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥1॥ जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्तिहारिणि। जय सर्वगते देवि कालरात्रि नमोऽस्तु ते॥2॥ मधुकैटभविद्राविविधातृवरदे नमः। रुपं देहि...

byA N
June 19, 2025-

॥ श्री गणपति स्तोत्रम् ॥ जेतुं यस्त्रिपुरं हरेणहरिणा व्याजाद्बलिं बध्नता स्रष्टुं वारिभवोद्भवेनभुवनं शेषेण धर्तुं धराम्। पार्वत्या महिषासुरप्रमथनेसिद्धाधिपैः सिद्धये ध्यातः पञ्चशरेण विश्वजितयेपायात्स नागाननः॥1॥ विघ्नध्वान्तनिवारणैकतरणि-र्विघ्नाटवीहव्यवाड् विघ्नव्यालकुलाभिमानगरुडोविघ्नेभपञ्चाननः। विघ्नोत्तुङ्गगिरिप्रभेदन-पविर्विघ्नाम्बुधेर्वाडवो विघ्नाघौधघनप्रचण्डपवनोविघ्नेश्वरः पातु नः॥2॥ खर्वं स्थूलतनुं गजेन्द्रवदनंलम्बोदरं सुन्दरं प्रस्यन्दन्मदगन्धलुब्धम-धुपव्यालोलगण्डस्थलम्। दन्ताघातविदारितारिरुधिरैःसिन्दूरशोभाकरं वन्दे शैलसुतासुतं गणपतिंसिद्धिप्रदं कामदम्॥3॥ गजाननाय महसेप्रत्यूहतिमिरच्छिदे। अपारकरुणा-पूरतरङ्गितदृशे नमः॥4॥ अगजाननपद्मार्कंगजाननमहर्निशम्। अनेकदन्तं भक्तानामेक-दन्तमुपास्महे॥5॥ श्वेताङ्गं...

byA N
June 19, 2025-

श्री नन्दकुमाराष्टकम् एक भक्ति गीत है जो भगवान कृष्णा पर आधारित है। ॥ श्रीनन्दकुमाराष्टकम् ॥ सुन्दरगोपालम् उरवनमालंनयनविशालं दुःखहरं। वृन्दावनचन्द्रमानन्दकन्दंपरमानन्दं धरणिधर वल्लभघनश्यामं पूर्णकामंअत्यभिरामं प्रीतिकरं। भज नन्दकुमारं सर्वसुखसारंतत्त्वविचारं ब्रह्मपरम्॥1॥ सुन्दरवारिजवदनं निर्जितमदनंआनन्दसदनं मुकुटधरं। गुञ्जाकृतिहारं विपिनविहारंपरमोदारं चीरहर वल्लभपटपीतं कृतउपवीतंकरनवनीतं विबुधवरं। भज नन्दकुमारं सर्वसुखसारंतत्त्वविचारं ब्रह्मपरम्॥2॥ शोभितमुखधूलं यमुनाकूलंनिपटअतूलं सुखदतरं। मुखमण्डितरेणुं चारितधेनुंवादितवेणुं मधुरसुर...

byA N
June 19, 2025-

श्री कृष्ण चैतन्य नाम धुन संकीर्तन, इस्कान द्वारा मनन करने वाली प्रसिद्ध धुन। (जय) श्रीकृष्णचैतन्य प्रभु नित्यानंद । श्री अद्वैत गदाधर श्रीवासादि गौर भक्तवृंद ॥ Panch Tattva Pranam Mantra in English Jaya Sri-Krishna-Chaitanya Prabhu Nityananda, Sri-Advaita Gadadhara Srivasadi-Gaura-Bhakta-Vrinda. Meaning of the mantra: I offer my obeisances...

byA N
June 19, 2025-

अथ ध्यानम कस्तूरीतिलकं ललाटपटले वक्ष:स्थले कौस्तुभं नासाग्रे वरमौत्तिकं करतले वेणुं करे कंकणम । सर्वाड़्गे हरिचन्दनं सुललितं कण्ठे च मुक्तावलि – र्गोपस्रीपरिवेष्टितो विजयते गोपालचूडामणि: ॥1॥ फुल्लेन्दीवरकान्तिमिन्दुवदनं बर्हावतंसप्रियं श्रीवत्साड़्कमुदारकौस्तुभधरं पीताम्बरं सुन्दरम । गोपीनां नयनोत्पलार्चिततनुं गोगोपसंघावृतं गोविन्दं कलवेणुवादनपरं दिव्याड़्गभूषं भजे ॥2॥ इति ध्यानम ऊँ क्लीं देव: कामदेव: कामबीजशिरोमणि: ।...

byA N
June 19, 2025-

भावयामि गोपालबालं मन- स्सेवितं तत्पदं चिन्तयेहं सदा ॥ भावयामि गोपालबालं मन- स्सेवितं तत्पदं चिन्तयेहं सदा ॥ कटि घटित मेखला खचितमणि घण्टिका- पटल निनदेन विभ्राजमानम् । कुटिल पद घटित सङ्कुल शिञ्जितेनतं चटुल नटना समुज्ज्वल विलासम् ॥ भावयामि गोपालबालं मन- स्सेवितं तत्पदं चिन्तयेहं सदा ॥ निरतकर कलित नवनीतं...

byA N
June 19, 2025-

॥ श्रीशनैश्चरसहस्रनामावळिः ॥ ॐ अमिताभाषिणे नमः । ॐ अघहराय नमः । ॐ अशेषदुरितापहाय नमः । ॐ अघोररूपाय नमः । ॐ अतिदीर्घकायाय नमः । ॐ अशेषभयानकाय नमः । ॐ अनन्ताय नमः । ॐ अन्नदात्रे नमः । ॐ अश्वत्थमूलजपप्रियाय नमः । ॐ अतिसम्पत्प्रदाय नमः ॥ १० ॥ ॐ...

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